आईऐ जानें कैसे Avaada Group का ₹5,000 करोड का निवेश बिहार में 1GW Renewable/Green Energy परियोजनाओं को स्थापित करेगा, जिससे बिहार में स्वच्छ ऊर्जा, रोजगार व विकास की क्रांति आयेगी।

परिचयः-
भारत दिन-प्रतिदिन नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से कार्य कर रहा है।जो आज समय की मांग भी है। उसी दिशा में आवाडा ग्रुप और बिहार सरकार के बीच हुआ यह नया समझौता पर्यावरण संरक्षण व बिहार की आर्थिक उन्नति में एक बडा कदम माना जा रहा है। इस समझौते के तहत आवाडा ग्रुप बिहार में ₹5,000 करोड़ का निवेश करके राज्य में 1 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शुरु करने जा रहा है। यह समझौता बिहार की नई नवीकरणीय ऊर्जा नीति के नियमों के तहत लिया गया है। इस नीति का लक्ष्य वित वर्ष 2030 तक 24 गीगावाट स्वच्छ ऊर्जा क्षमता और ₹1.5 लाख करोड का निवेश हासिल करना है।
FAQs (अकसर पुछे जाने वाले प्रश्न)
1.आवाडा समूह क्या करता है?
उतरः- अवाडा ग्रुप एक भारतीय हरित ऊर्जा कंपनी है। जो सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, पंप हाइड्रो और हरित ईंधन (हरित हाइड्रोजन, हरित अमोनिया, हरित मेथनॉल और सतत विमानन ईंधन) का उपयोग करके नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन करती है।
2.आवाडा समूह बिहार में कितना निवेश करने जा रहा है?
उतरः-आवाडा समूह बिहार राज्य में 5000 करोड रुपये का निवेश करने जा रहा है।
3.आवाडा समूह का मुख्यालय कहां स्थित है?
उतरः- आवाडा समूह का मुख्यालय मुंबई में स्थित है।
4.आवाडा समूह बिहार राज्य में कितने गीगावाट की परियोजना स्थापित करने जा रहा है?
उतरः-आवाडा समूह बिहार राज्य में 1 गीगावाट की परियोजना शुरु करने जा रहा है।

बिहार की नवीकरणीय ऊर्जा नीतिः-
बिहार सरकार की यह नवीकरणीय ऊर्जा नीति राज्य को हरित ऊर्जा व नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक उच्च कदम है । जिसकी जितनी प्रसंन्नसा की जाये उतनी कम है। इस नवीकरणीय ऊर्जा नीति के प्रमुख लक्ष्य इस प्रकार हैः-
- वित वर्ष 2030 तक 24 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता हासिल करना।
- 6 ऊर्जा भंडारण प्रणाली।
- राज्य में आने वाली परियोजनाओं की स्वीकृती प्रक्रिया में तेजी लाना।
- निवेशकों के खर्चे में कमी लाना।
- स्वच्छ ऊर्जा विनिर्माण और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्रोत्साहित करना।
बिहार की यह नवीकरणीय ऊर्जा नीति राज्य में निवेश करने वाले निवेशकों को लुभाने और राज्य के ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी तेजी लाने के उद्धेश्य से तैयार किया गया है।

आवाडा समुह का रणनीतिक निवेशः-
आवाडा समुह इस समझौते के तहत निम्मलिखित क्षेत्रों में निवेश करेगा, जो इस प्रकार से हैः-
- ग्राउंड या माउंटेड सोलर प्रोजेक्टस।
- फ्लोटिंग सोलर इंस्टालेसन।
- कम्युनिटी सोलर प्लांटस।
- बैटरी स्टोरेज पिरोयजनाएं।
आवाडा ग्रुप की ये विभिन्न परियोजनाएं बिहार राज्य के संसाधनों का संतुलित तरीके से दोहन करेगी और राज्य के ऊर्जा उत्पादन को स्थिर व सशक्त बनाएंगी।
आवाडा एनर्जी के CEO, किशोर नायर कहते हैं कि “बिहार सरकार के साथ हमारी साझेदारी राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को उपयोग में लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है”
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आवाडा ग्रुप की विभिन्न ऊर्जा परियोजनाओं का विवरणः-
- ग्राउंड या माउंटेड सोलर परियोजनाः-
ग्राउंड या माउंटेड सोलर परियोजनाएं खुली व बंजर पडी भूमी पर स्थापित किये जायेंगी और इनका मुख्य उद्धेश्य अधिक ऊर्जा उत्पादन करना होगा। इन परियोजनाओं से उत्पन्न ऊर्जा राज्य में स्थिर व सस्ती बिजली उपलब्ध करवायेगी।
- फ्लोटिंग सोलर परियोजनाएं-
फ्लोटिंग सोलर परियोजनाओं के तहत राज्य के जलाशयों और अन्य जल निकायों पर सोलर परियोजनाएं स्थापित की जायेंगी। इन परियोजनाओं से भूमि का कुशल उपयोग होगा और ये वाष्पीकरण को भी रोकेंगे।
- कम्युनिटी सोलर परियोजनाएः-
कम्युनिटी सोलर परियोजनाओं के तहत आवाडा ग्रुप राज्य के स्थानिय समुदायों, ग्रांम पंचायतों और संस्थानों को इन सौर ऊर्जा परियोजनाओं से जोडेगीं और आम लोगों के लिए ऊर्जा के सामान वितरण का एक उच्च उदाहरण बनेंगी।
- बैटरी स्टोरेज सिस्टमः-
आवाडा ग्रुप इन परियोजनाओं से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा के उचित भंडारण के लिए बैटरी स्टोरेज सिस्टम स्थापित करेगी। जिससे ऊर्जा की आपुर्ति में किसी प्रकार की कमी न आये व ग्रिड की स्थिरता बनी रहे।

रोजगार के साधन व आर्थिक उन्नतिः-
आवाडा ग्रुप की ये परियोजनाएं राज्य मे केवल ऊर्जा उत्पादन तक ही सीमित नहीं रहेगी परन्तु इनसे राज्य में रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे व आर्थिक उन्नति भी व्यापक स्तर पर होगी।
- स्थानिय युवाओ की स्किल डेवलपमेंट होगी।
- 500 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगारों का सृजन होगा।
- इन परियोजनाओं से सम्बंधित सहायक उद्घोगों की स्थापना होगी।
- राज्य के ग्रामिण इलाकों में ऊर्जा की आत्मनिर्भरता होगी।
आवाडा ग्रुप के इस निवेश से बिहार देश भर में हरित विकास के माडल राज्य के रुप में स्थापित कर सकता है।
राज्य सरकार का सहयोग व प्रोत्साहनः-
बिहार राज्य सरकार अपनी नवीकरणीय ऊर्जा नीति के तहत ऐसी परियोजनाओं को सफल बनाने हेतु निम्नलिखित सहयोग करेंगीः-
- Non-Objection Certificate/अनापति प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाना और परियोजनाओं को त्वरित मंजूरी प्रदान करना।
- परियोजनाओं की स्थापना के लिए खुली भूमि तथा जल निकायों को उपलब्ध करवाना।
- ग्रिड से कनेक्टिविटी की सुविधा करवाना।
- परियोजनाएं लागु करवाने हेतु कर में छुट और अन्य वितीय प्रोत्सहन देना।

आवाडा ग्रुप की परियोजना की समय-सीमाः-
आवाडा ग्रुप की इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना हैः-
- आवाडा ग्रुप पहले 2 वर्षों में राज्य सरकार के साथ PPAs (Power Purchase Agreements) पर हस्ताक्षर और परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण करेगी।
- 2 से 4 वर्षों में आवाडा ग्रुप पहले 500 मेगावाट की परियोजनाएं शुरु करेगी।
- 4 से 6 वर्षों में कम्पनी शेष बची 500 मेगावाट सहित सभी परियोजनाओं का संचालन शुरु होगा।
आवाडा ग्रुप की भविष्य की योजनाएः-
आवाडा ग्रुप भारत की प्रमुख हरित ऊर्जा कम्पनियों में से एक अग्रणी कम्पनी है। वर्तमान में आवाडा ग्रुप की निम्न योजनाएं हैः-
- 5 गीगावाट परिचालित क्षमता
- 2026 तक 11 गीगावाट का लक्ष्य
- 2030 तक 30 गीगावाट का लक्ष्य
आवाडा कम्पनी का बिहार राज्य में यह निवेश भी कम्पनी की विस्तार नीति का हिस्सा है।

निष्कर्षः-
आवाडा ग्रुप का बिहार राज्य में ₹5,000 करोड का निवेश और 1 गीगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शुरु करने का समझौता राज्य के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। इससे राज्य में न केवल स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन होगा, बल्कि कई सहायक उद्योग स्थापित होंगे जिससे रोजगार के कई अवसर भी पैदा होंगे, जिससे राज्य विकास के पथ पर अग्रसर होगा। बिहार सरकार व आवाडा ग्रुप के बीच हुए इस समझौता भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भरता और हरित भविष्य की ओर ले जाने वाला एक प्रेरणादायक उदाहरण बन सकता है।
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