भारत ने वर्ष 2025 में Renewable Energy में 420% की धमाकेदार वृद्धि दर्ज की। सोलर ऊर्जा संपन्नता 117 GW,पवन ऊर्जा 51.7 GW तथा ₹1.6 लाख करोड का विशाल निवेश। आओ भारत की Green Energy Revolution की पूरी कहानी जाने।
प्रस्तावनाः-
आज की दुनिया में मनुष्य प्रदुषण, जलवायु परिवर्तन व ईंधन की कमी जैसी कई समस्याओं से जुझ रहा है। ऐसे में आज दुनिया के अधिकतर देश Green Energy की तरफ तेजी से आगे बढ रहे हैं और इसे ज्यादा से ज्यादा उपयोग में ला रहे हैं। इसी प्रकार भारत भी Green Energy के क्षेत्र में क्रांतिकारी तेजी से आगे बढ रहा है। इस वर्ष हमारे देश में Renewable Energy के क्षेत्र में 420% की धमाकेदार वृद्धि दर्ज की है, जो देश की ऊर्जा क्रांति, बेहतर नितियों व इस ऊर्जा में निवेशकों के विश्वास का प्रमाण है।
इस ब्लाग के जरिये हम जानेंगेः-
- सौर व पवन ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांतिकारी वृद्धि ।
- निवेशकों का अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में बढता विश्वास।
- कचरे से बन रही ऊर्जा के क्रांतिकारी उदाहरण।
- भारत कैसे अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक नेता बन रहा है।

FAQs-अक्सर पुछे जाने वाले सवालः-
1. वर्ष 2025 में भारत की Green Energy Installation में कितनी बढोतरी हुई है?
जवाबः- माह जून 2025 में Green Energy Installation में 420 की बढत हुई है। जो 1.4 GW से बढकर 7.3 GW हो गई है।
2. भारत की सौर ऊर्जा क्षमता कितनी हो गई है?
जवाब: वर्ष 2025 में भारत की सौर ऊर्जा क्षमता 117GW पहुंच गई है, जो वर्ष 2014 में सिर्फ 2.82 GW थी ।
3. क्या Solar Energy अब Thermal Energy से सस्ती है?
जवाब: हां, सोलर एनर्जी अब थर्मल एनर्जी से सस्ती है।
4. पवन ऊर्जा में भारत की स्थिति क्या है?
जवाब: इस वर्ष भारत की पवन ऊर्जा क्षमता 51.7 गीगावाट हो चुकी है और इससे भारत विश्व के सबसे तेजी से बढते बाजार में शामिल हो चुका है।
5. क्या FDI (Foreign Direct Investment)(विदेशी निवेश) में वृद्धि हुई है?
जवाब: हां, वर्ष 2020 से अब तक 1.6 लाख करोड से अधिक FDI (Foreign Direct Investment) अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आया है।

सौर ऊर्जा के क्षेत्र में 4000% की अविश्वसनिय वृद्धिः-
इस वर्ष हमारे देश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अविश्वसनिय उछाल देखने को मिल रहा है।
- वर्ष 2014 में हमारे देश की सौर ऊर्जा क्षमता मात्र 2.82 GW थी, जो इस वर्ष 2025 में 117 GW हो चुकी है, मतलब 4000% की अभूतपुर्व वृद्धि दर्ज हुई है। इसके अलावा वर्ष 2010-11 में सोलर बिजली की किमत 10.95 रुपये प्रति यूनिट थी जो अब सिर्फ 2.15 रुपये प्रति यूनिट मिल रही है।
- सौर ऊर्जा से सम्बधित PM-Kusum योजना के बारे यहां पढें।
अब सोलर बैटरी सिस्टम थर्मल एनर्जी से भी सस्ते हो गए हैं। इससे न सिर्फ हमारे पर्यावरण का संरक्षण हो रहा है बल्कि आम जनता व उद्योगों के लिए भी बिजली सस्ती मिल रही है।

पवन ऊर्जाः स्वच्छ हवा से ऊर्जा उत्पन्न करनाः-
भारत ने सौर ऊर्जा के साथ साथ पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भी बहुत लंबी छलांग लगाई है। आइऐ इसे भी समझते हैः-
- वर्ष 2014 में भारत की पवन ऊर्जा क्षमता 21 GW थी जो इस वर्ष बढकर 51.7 GW हो चुकी है। मतलब 140% की धमाकेदार बढत। इस बढत ने भारत को विश्व की तेजी से बढ रही पवन ऊर्जा के बाजार में शामिल कर दिया है। इसमें भारत के कई राज्य मुख्य भूमिका निभा रहे हैं जिनमें से गुजरात, तमिलनाडू और राजस्थान प्रमुख हैं।

निवेश में भारी उछालः Renewable Energy में बढती निवेशकों की रुचिः-
भारत दिन प्रतिदिन Renewable Energy की तरफ अपने कदम बढा रहा है। इस ऊर्जा परिवर्तन में सरकार की बेहतर नितियों ने अहम भूमिका निभाई है। यही वजह है कि भारत के ऊर्जा परिवर्तन में सरकारी व गैर सरकारी निवेशक बढ चढ कर हिस्सा ले रहे हैं व अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
- वर्ष 2024 में भारत की कुल ऊर्जा निवेश का 83% हिस्सा Green Energy को मिला है।
- वर्ष 2023 में, कुल 42,000 करोड रुपये का FDI (Foreign Direct Investment) आया।
- वर्ष 2025 की पहली तिमाही में Green Energy निवेश 9.8 बिलियन तक पहुंच गया है जो कि गत वर्ष की तुलना में 7.7 गुना ज्यादा है।
- वर्ष 2020 से अभी तक कुल 1.6 लाख करोड रुपये का विदेशी निवेश इस क्षेत्र में हुआ है। जो अपने आप में गर्व का विषय है।
यह सारे आंकडे एक ठोस प्रमाण है कि भारत दिन प्रतिदिन विश्व का एक Green Energy Destination बनता जा रहा है।

Waste to Energy: कुडे-कचरे से बिजली उत्पादन
हमारे देश का सबसे बडा Waste to Energy प्लांट गुजरात के अहमदाबाद में स्थित है। जो कि हर दिन लगभग 1000 टन कचरे को बिजली में बदलता है और प्रशंसा का पात्र बन गया है। इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण हो रहा है बल्कि कचरा प्रबंधन और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में भी नई राह दिखाई है।
Green Energy Revolution जो समावेशी और लाभकारी हैः-
आज के समय में लोग अक्षय उर्जा के संबध मे इतने जागरुक हो चुके हैं कि ये Green Energy Revolution केवल शहरों तक ही सीमित नहीं रहा है बल्कि भारत के गांव-गांव तक पहुंच चुका है। आज के समय में गांव के घरों की छतों पर लगे सोलर पैनलों से बिजली उत्पादन हो रहा है। इसके अतिरिक्त गांव का हर एक किसान व समुदाय आज Green Energy का प्रयोग अपनी दिनचर्या में कर रहा है।
- Green Energy Revolution से ग्रामिण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढे हैं।
- किसान सोलर पंप से अपनी फसलों की सिंचाई कर रहे हैं जिससे उनकी फसलों की पैदावार बढ रही है।
- गांव के घरों-घरों मे सस्ती बिजली पहुंच रही है।
यह समावेशी ऊर्जा माडल भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की तरफ ले जा रहा है। जो आने वाले समय में हमारे देश के लिए बहुत फायदेमंद साबित होने वाला है।

INDIA-Green Future की ओर प्रगतिशीलः-
आज भारत में Green Energy की बढ रही लोकप्रियता के कारण, तेजी से इस क्षेत्र में निवेश हो रहा है। भारतीय सरकार नें भी इसको तेजी से आगे बढाने के लिए कोई कसर नहीं छोडी है। यही कारण है कि आजकल Green Energy के क्षेत्र में बहुत सी लाभकारी नितियां भी बन रही है। जो इस क्षेत्र में निवेश को आकर्षित कर रही हैं। इससे आज भारत न केवल अपनी ऊर्जा आवश्वकताओं को पूरा कर रहा है बल्कि इसके साथ-साथ वैश्विक जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण संरक्षण की लडाई में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
- इस क्षेत्र में भारत ने वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट(GW) Non-Fossil Fuel Capacity को हासिक करना है।
- वर्ष 2070 तक Net-Zero Carbon Emissions का लक्ष्य प्राप्त करना है।

निष्कर्षः-
भारत की Green Energy का सफर अब एक क्रांति बन चुका है ताकि देश के हर नागरिक को सस्ती, स्वच्छ व सुरक्षित ऊर्जा मिल सके। इस वर्ष का पडाव हमें यह विश्वास दिलाता है कि यदि हम सही नितियों, तकनिकों का प्रयोग करें व इस क्षेत्र में निवेश और ज्यादा बढायें तो हम Green Energy में एक महाशक्ति बन सकते हैं।
अगर आपको ये ब्लाग पसंद आया हो तो कृप्या लाइक करें व अपने किमती सूझाव कमेंट करें ।
यहां और भी पढेंः-
- 2025 में Tesla की नई सस्ती Electric Cars – Model 3 और Model Y का नया अवतार
- भारत की सबसे सस्ती 7 Seater Electric Car: Kia Carens Clavis EV – दमदार फीचर्स, लंबी रेंज और जबरदस्त परफॉर्मेंस
- United Nation की Report: Solar और Wind Energy बन गई सबसे सस्ती Power Sources-India’s Green Future
- 2025 Solar Guide: Price, Govt. Policies और भारत के टॉप Solar Plants की तुलना
- भारत की ऊर्जा क्रांति: 2025 में Green Hydrogen में निवेश के 7 दमदार कारण